Email Kya hai Hindi

Email क्या है इसके फायदे और नुक्सान

Email का पूरा नाम इलेक्ट्रॉनिक मेल (ईमेल) है इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले सभी लोग अच्छे से जानते हैं कि ईमेल क्या है और यदि आप इंटरनेट पढ़ रहे हैं और आपको नहीं पता कि ईमेल क्या है और आप ईमेल के बारे में जानकारी नहीं रखते हैं या अभी आप पढ़ाई कर रहे हैं तो आपके लिए इस पोस्ट को पढ़ना बेहद जरूरी है क्योंकि मैं आज आप लोगों को बताने वाला हूं कि ईमेल क्या है और यह कैसे काम करता है और इसके क्या क्या फायदे हैं और क्या क्या नुकसान है और साथ ही साथ में आपको यही बताऊंगा कि आप अपनी ईमेल आईडी कैसे बना सकते हैं.

नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है हर्षित रस्तोगी और आज मैं आप लोगों को ईमेल के बारे में विभिन्न जानकारियां देने वाला हूं तो चलिए शुरू करते हैं.

ईमेल क्या है? What is Email in Hindi?

ईमेल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के द्वारा किसी नेटवर्क या इंटरनेट के जरिए संदेश भेजने वह संदेश प्राप्त करने का एक माध्यम है ईमेल का पूरा नाम इलेक्ट्रॉनिक मेल होता है और विभिन्न जगह पर ईमेल का इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि कार्यालयों में अदालतों में स्कूलों में कॉलेजों में वह कंपनियों में इन सभी जगह ईमेल का इस्तेमाल सूचना भेजने तथा सूचना प्राप्त करने के लिए किया जाता है तथा ईमेल सूचना भेजने में प्राप्त करने का अधिकारिक तरीका बन गया है.

पहले के समय में हम लोग कागज पर लिखी गई चिट्ठी का इस्तेमाल करते थे और इस चिट्ठी को हम डाक द्वारा एक दूसरे को भेजते थे और ऐसे में उस डाक को पहुंचने में और उसका रिप्लाई आने में काफी समय नष्ट हो जाता था और कागज और समय दोनों की बेकद्री होती थी लेकिन इसी काम को करने के लिए एक तकनीक आई जिसका नाम ई-मेल है बस कागज के बनने और ईमेल में इतना ही अंतर होता है कि कागज के पत्र को कागज पर लिखा जाता है और उसको भेजने के लिए डाक सेवा का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन ईमेल को हम कंप्यूटर पर लिखते हैं तथा कंप्यूटर पर ही पढ़ते हैं.

साधारण भाषा में ईमेल भी एक साधारण पत्र की तरह ही एक पत्र होता है अब आप एक साधारण पत्र की कल्पना कीजिए और पता कीजिए हम उसे लिखते समय क्या-क्या करते हैं.

यह मैं आपको बताता हूं जब भी हम एक साधारण पत्र लिखते हैं हम उसमें प्राप्त करने वाले का नाम जिसको हम अंग्रेजी भाषा में रिसीवर बोलते हैं तथा उस व्यक्ति का पता संदेश मैसेज और नीचे भेजने वाले का नाम लिखते हैं और उसे भेजने के लिए नजदीक के किसी पोस्ट ऑफिस में जाकर उसको पोस्ट बॉक्स में डाल देते हैं और यह पत्र कुछ दिनों बाद उस व्यक्ति तक पहुंच जाता है जिसको हम यह पत्र भेजना चाहते थे.

बिल्कुल इसी तरह जब भी कंप्यूटर से हमको ईमेल करते हैं तब हमें इमेल प्राप्त करने वाले का नाम उसका पता जिसको हम ईमेल आईडी के नाम से जानते हैं तथा संदेश और विषय को लिखना पड़ता है और ईमेल में भेजने वाले का नाम अलग से नहीं डालना पड़ता क्योंकि इसमें भेजने वाले का नाम पहले से ही ऑटोमेटिक सेव होता है और इसके बाद हम सेंड पर क्लिक कर देते हैं और कुछ ही सेकंड ओ में ईमेल उस व्यक्ति के पास पहुंच जाता है जिसको हम भेजना चाहते हैं.

अब आप समझ ही गए होंगे कि एक संदेश और ईमेल में क्या अंतर होता है और यह संदेश की अपेक्षा कितना अधिक अच्छे से कार्य करता है जहां पहले हमें संदेश को भेजने में समय लग जाता था और हमारा पेपर और पैसा दोनों नष्ट होते थे वहीं काम आज ईमेल की होने से फ्री में और साइकिल लो में हो जाता है और इससे हमारे समय की उम्र कितनी होती है और पैसों की भी बचत होती है.

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ईमेल आईडी कैसे बनाएं

मेल आईडी बनाने से पहले हमें यह जान लेना अत्यंत आवश्यक है कि ईमेल आईडी बनाने के लिए हमें किन-किन चीजों की जरूरत होती है जैसे कि मैंने आपको ऊपर बताया है कि ईमेल भेजनी तथा प्राप्त करने के लिए एक भी रुपया खर्च नहीं करना पड़ता है लेकिन हमें ईमेल भेजना और प्राप्त करना आना चाहिए चलिए जानते हैं हमें किन-किन चीजों की जरूरत होने वाली है ईमेल आईडी को बनाने के लिए और इसके बाद जानेंगे की मेल आईडी कैसे बनाएं

ईमेल आईडी बनाने के लिए आप को सर्वप्रथम एक कंप्यूटर /स्मार्टफोन, इंटरनेट कनेक्शन, ईमेल प्रोवाइडर तथा थोड़ी सी डिजिटल साक्षरता की आवश्यकता होती है

साधारण जिंदगी में हम एक दूसरे को भौतिक रूप से जानते हैं जैसे कि मेरा नाम मोहन है और मेरा दोस्त कपिल दिल्ली में रहता है तो उसका पता हुआ दिल्ली लेकिन इसी तरह से ईमेल भेजने तो से प्राप्त करने के लिए भी एक एड्रेस की जरूरत होती है क्योंकि हम उसमें एड्रेस की जगह दिल्ली लिख कर नहीं भेज सकते क्योंकि हमें ईमेल भेजने के लिए एक यूनीक ईमेल आईडी की जरूरत होती है और साथ ही साथ उस व्यक्ति को भी जिसे हम ईमेल भेज रहे हैं उसके पास भी वह यूनीक ईमेल आईडी होना जरूरी है उदाहरण के लिए “[email protected]तो ईमेल id की पहचान कुछ इस तरह होती है इसे हम ईमेल पता भी बोलते हैं.

1. Username

यूजरनेम, Email ID का @ से पहले वाला भाग होता है. इसका इस्तेमाल Email Account में Log in करने के लिए किया जाता है. तथा यह उस व्यक्ति की पहचान होती है. जिसे Email भेजते है और प्राप्त करते है. इसे हम अपनी सहुलियत के अनुसार चुनते है. हमारे उदाहरण में Athindi यूजरनेम है.

2. Domain Name

Email Address में @ के बाद वाला भाग Domain Name होता है. यह उस Server/Computer का नाम होता है, जहाँ से Internet के द्वारा हमारी सुचनाओं का आदान-प्रदान होता है.

ऊपर दिखाए गए Email Address में gmail.com एक Domain Name है. जिसमें एक Top Level Domain भी जुडा हुआ है. यहाँ .com एक Top Level Domain है.

हमारे बताए गए Email Address में gmail Service Provider है. और .com Service Provider के प्रकार को दर्शाता है. जैसे, यहाँ gmail एक Commercial सेवा प्रदाता है.

3. @ का चिन्ह

इसे AT बोला जाता है. इसे Email Address में Username और Domain Name को अलग करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह Email ID का उपयोगी हिस्सा होता है.

ईमेल के फायदें – Benefits of Email in Hindi

ईमेल का लाभ सभी प्रकार के लोगों को होता है. और आप इसका किस प्रकार इस्तेमाल करते है. यह बात आपके ऊपर निर्भर करती है. यहाँ हम कुछ सामान्य फायदों के बारे में बता रहे है.

1. संप्रेषण

ईमेल का सबसे पहला काम है संप्रेषण यानि कम्युनिकेशन. और इसे एक-दूसरे से संपर्क करने के लिए ही विकसित किया गया है.

तो पहला फायदा यही है हम इंटरनेट के द्वारा हमसे दूर रहने वाले लोगों से भी बातचीत कर सकते है. और उनका हाल-चाल पूछ सकते है. तथा अपना बता सकते है.

2. तुरंत जवाब

चिट्ठी भेजने और उसका जवाब मिलने तक महिनों लग जाते थे. जिसमें अब तो काफि सुधार हुआ है. मगर, ईमेल के द्वारा आप तुरंत अपना संदेश भेज सकते है और कुछ ही देर में जवाब भी प्राप्त कर सकते है.

अब, आपको पुनित से बात करने के लिए उसके पास जाने की कोई जरुरत नही हैं. आप ईमेल के द्वारा ही अपनी बात उसके पास पहुँचा सकते है. और उसके विचार ले सकते है.

3. लिखित दस्तावेज

ईमेल को आप कागज की तरह जला नही सकते है. और ना ही इसके खोने का डर होता हैं. आपके द्वारा भेजे गए प्रत्येक ईमेल की एक कॉपी Mail Server पर सुरक्षित रहती हैं.

इस ईमेल कॉपी को आप कभी भी जब चाहे तब देख सकते हैं. और ईमेल को कागज पर लिखि गई चिट्ठी के बराबर ही मान्यता प्राप्त है.

4. सस्ता

ईमेल का खर्चा ना के बराबर होता हैं. क्योंकि आपको लिखने के लिए कागज तथा पेन की जरूरत नहीं हैं. और ना ही आप डाकिया का खर्च देने वाले हैं.

ईमेल भेजने और प्राप्त करने के लिए आपके बस इंटरनेट डाटा पैक की जरूरत पडती हैं. अगर आपके डिवाईस (कम्प्युटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन इत्यादि) में एक्टिव डाटा पैक है. तब आप मुफ्त में ईमेल भेज एवं प्राप्त कर सकते है.

5. लिखने की आजादी

अब आपको कागज की चिंता नहीं करनी हैं. लिखिए, काटिए, लिखिए, काटिए, फिर लिखिए और फिर काटिए…

जब तक चाहे तब तक आप एक ईमेल को लिख व मिटा सकते हैं. और समय की भी कोई पाबंदी आपके ऊपर नही होती है.

ईमेल के नुक्सान – Disadvantage of Email in Hindi

1. प्राप्तकर्ता के ईमेल पते में थोड़ी सी त्रुटि संदेश के वितरण को रोकने के लिए पर्याप्त है और यहां तक ​​कि जब आप सब कुछ ठीक करते हैं, तब भी आपके और आपके प्राप्तकर्ता के बीच किसी एक लिंक में विफलता की संभावना हमेशा बनी रहती है.

2. कभी-कभी वायरस ईमेल में प्राप्त अटैचमेंट के माध्यम से आपके सिस्टम में प्रवेश कर सकते हैं.

3. ईमेल नियमित रूप से चेक नहीं किए जाते हैं। नतीजतन, कभी-कभी प्राप्तकर्ता एक महत्वपूर्ण संदेश समय पर नहीं पढ़ सकता है.

आपने क्या सीखा?

आज की इस पोस्ट के माध्यम से मैंने आप लोगों को ईमेल के बारे में विभिन्न जानकारियां दी है शादी साथ में नहीं अभी बताया है कि आप मेल आईडी को कैसे मारा सकते हैं और ईमेल आईडी क्या होती है और ईमेल क्या होता है ईमेल के फायदे और नुकसान तथा इसके अलावा मैंने और भी विभिन्न जानकारियां आपको आज किस पोस्ट के माध्यम से दी है मैं उम्मीद करता हूं कि आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई होगी.

धन्यवाद !

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3 thoughts on “Email क्या है इसके फायदे और नुक्सान

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  2. I have read your article carefully and I agree with you very much. This has provided a great help for my thesis writing, and I will seriously improve it. However, I don’t know much about a certain place. Can you help me?

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