अगर हम keyboard की बात करे तो ये कम्प्यूटर का इनपुट डिवाइस है जिसका उपयोग कम्प्यूटर में शब्द और नंबर को डालने में किया जाता है । keyboard भले ही सुनने में एक छोटा सा शब्द लगता है लेकिन अगर keyboard नहीं होगा तो कम्प्यूटर को चाह कर भी नहीं चला सकते है ।
दूसरे शब्दों में कहे तो keyboard कम्प्यूटर के हाथ और पैर है जिसके बिना कम्प्यूटर को चला पाना लगभग नामुमकिन है।
Keyboard Full Form-
ये सवाल आज के समय मे लगभग सभी लोगो के मन मे होता है कि keyboard का आखिर फुल फॉर्म क्या होता है। चलिए जानते है –
- K -Keys
- E – Electronic
- Y – Yet
- B – Board
- O – Operating
- A – A To Z
- R – Response
- D – Directly
अब आपको ये जानकारी हो चुकी है कि keyboard का full form क्या होता है और keyboard क्या होता है। चलिये जानते है कि keyboard कितने प्रकार के होते है-
Keyboard के Layouts के प्रकार-
keyboard के प्रकार को हम keyboard का layouts भी कहते है । चालिये जानते है कि कम्प्यूटर के कितने layout होते है –
कम्प्यूटर के कुल 3 Layout होते है |
1.Qwerty Keyboard In Hindi-
2. Azerty Keyboard
3. Dvorak Keyboard
चालिये अब ये जानते है आखिर इन तीनो layout में क्या अंतर है –
1. Qwerty Keyboard In Hindi-
Qwerty Keyboard को सबसे पुराना keyboard माना जाता है क्योंकि इसकी खोज सन 1973 में Christopher Latham Soles के द्वारा सन की गयी थी।इस keyboard की विशेष बात ये थी कि ये एक टाइपराइटर की तरह था । Qwerty Keyboard के key टाइपराइटर की तरह बनाये गए थे ताकि जो लोग ताकि जो लोग टाइपराइटर में काम कर रहे हैं कि वो keyboard पर भी बहुत आसानी से काम कर सके, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया क्योंकि Qwerty Keyboard में टाइप करने में बहुत सारी गलतियां होती है लेकिन फिर भी आज के समय मे इसका उपयोग सबसे ज़्यादा किया जाता है।
2. Azerty Keyboard-
Azerty Keyboard keyboard की शुरुआत और सबसे ज़्यादा उपयोग यूरोप के लोगो ने किया। ये आज भी मार्किट में मौजूद है और लोग इसको उपयोग करना भी पसंद करते है।
3. Dvorak Keyboard-
Dvorak Keyboard की खोज 1936 Augustine Dvorak और William Dealy ने 1936 में की थी।William Dealy और Augustine Dvorak ने इस keyboard का अविष्कार इसलिये किया था क्योंकि अन्य keyboard से जब टाइप करते थे तब कई सारी error हो जाती थी ।
लेकिन Dvorak Keyboard keyboard के आ जाने के बाद से keyboard में आने वाली एरर में काफी कमी आयी।
Dvorak Keyboard को Qwerty Keyboard से ज़्यादा पसंद किया जाता है। इस keyboard एक और खास बात ये है कि इसमें व्यंजन और स्वरों को अलग रखा गया है।
अब आपको ये जानकारी हो गयी कि keyboard कितने प्रकार के लेआउट है। अब हम आपको बतायेंगे की वर्तमान समय मे कितने प्रकार के keyboard है-
Keyboard Ke Prakar In Hindi
वर्तमान समय में keyboard कुल चार प्रकार के होते हैं जिनके नाम ये है –
- Wired Computer Keyboard
- Wireless Keyboard
- Ergonomic Keyboard
- Soft And Flexible Keyboard
चालिये इन की बोर्ड के बारे में विस्तार से जानते है –
Wired Computer Keyboard-
इस keyboard को सबसे ज्यादा उपयोग किया जाता है क्योंकि यह keyboard काफी सस्ता आता है और इस keyboard की मदद से आप चाहे तो लैपटॉप पर भी टाइपिंग कर सकते हैं।
इस keyboard को कम्प्यूटर से कॉन्टेक्ट करने के लिए आपको एक यूएसबी केबल की आवश्यकता पड़ती है। यूएसबी को कम्प्यूटर से कनेक्ट करना पड़ता है और फिर यूएसबी सीपीओ से भी कॉन्टेक्ट करना पड़ता है।
Wireless Keyboard
वायरलेस keyboard के नाम से ही आपको पता चला गया होगा कि ये बिना वायर के चलता है। वायरलेस keyboard सबसे खास बात ये है की इसको आप कम्प्यूटर से बिना वायर के जोड़ सकते है।
कम्प्यूटर से keyboard को जोड़ने के लिये आपको बस ब्लूटूथ की आवश्यकता होती है। keyboard में यूएसबी रिसिवर होता है जो कम्प्यूटर को ब्लूटूथ से कांटेक्ट करने के बाद कम्प्यूटर को अपने सिंगल में भेजता है ।
Ergonomic Keyboard –
Ergonomic keyboard बाकी keyboard से काफी अलग होता है क्योंकि इससे विशेष रूप से कम्प्यूटर का उपयोग कर रहे है यूजर को आराम देना करता है । इसकी सारी key V आकर की होती है जिस वजह दे इसमें आराम से टाइपिंग की जा सकती है ।Ergonomic keyboard पर काम करने से यूजर की टाइपिंग स्पीड भी काफी तेज हो जाती है । Ergonomic keyboard पर काम करने से यूजर की उंगलियों में दर्द भी नहीं होता है।
Soft And Flexible Keyboard-
इस keyboard की ख़ास बात ये है कि इससे एक पतले से रबर की पतली सीट से बनाया गया है । ये keyboard किसी भी चीज के ऊपर आराम से कवर हो जाता है और ये टूटता भी नही है । इस keyboard की रबर की पतली सीट के कारण ये हार्ड keyboard के मुकाबले ज्यादा समय तक चलता है।
अब आपको ये जानकारी हो गयी कि keyboard कितने प्रकार के होते है तो चलिये जानते है की keyboard में कितनी प्रकार key होती है ।
Types Of Keyboard Keys In Hindi
keyboard में आपको कई प्रकार की key देखने को मिल जाती है लेकिन इनका उपयोग कैसे किया जाता है ये कोई नहीं जानता है । आप सबको कीबोर्ड में कई प्रकार के key देखने को मिल जाते है जैसे कि -Alphanumeric Key. Numeric Keys. Control Key Function Keys
चालिये जानते है इन सभी key के बारे में-
1. Alphanumeric Keyboard- Alphanumeric Keyboard के में आपको A TO Z से लेकर number और सिम्बल्स होते है ।
2. Numeric Keys- Numeric Keys के नाम से ही आपको जानकारी हो गयी होगी कि ये अंकों वाली key है । इनका उपयोग डेटा एंट्री और किसी संख्या सम्बंधित चीजों के लिये किया जाता है।
3. Control Keys-
कीबोर्ड में कंट्रोल key का काम अन्य की के साथ होकर होता है । कीबोर्ड में कंट्रोल key को Ctrl के रूप में प्रदर्शित की जाती है । चलिये जानते है कि कंट्रोल key का उपयोग करके किन -किन की में काम किया जा सकता है-
Shift Key – किसी भी अंग्रेजी अक्षर को कैप्टिल लेटर में लिखने के लिये किया जाता है या फिर किसी भी सिंबल का उपयोग करने के लिये ।
Caps lock – कैप्टिल अक्षर को बिना ctrl के उपयोग के लिख सकते है।
कंट्रोल key – इस key के साथ अन्य key को दबा कर आप कई सारे काम कर सकते है जैसे कि –
Ctrl+c – इस key का उपयोग करके आप कोई भी text को कॉपी कर सकते है।
Ctrl+v – इसका उपयोग करके आप किसी भी text को paste कर सकते है।
Ctrl+x – इसका उपयोग करके आप किसी भी text कट कर सकते है।
Ctrl+ a – इसका उपयोग करके आप पूरे text को एक बार मे कॉपी कर सकते है।
Ctrl+z – इसका उपयोग करके आप किसी वर्क को undone कर सकते है।
Ctrl+S। – इसका उपयोग करके आप कोई भी डॉक्यूमेंट और फ़ाइल को सेव कर सकते है।
4. Function Keys-
कीबोर्ड में कुल 12 प्रकार की function key होती है जिनका उपयोग अलग- अलग function को रन करने के लिये होता है । चालिये जानते है वो कौनसी KEY है –
F1- इसका उपयोग किसी भी सॉफ्टवेयर को ओपन करने के लिये किया जाता है।
F2- इसका उपयोग किसी भी फ़ाइल का नाम बदलने के लिये किया जाता है।
F3- किसी भी ब्राऊज़र में सर्च इंजन को खोलने के किया जाता है।
F4- इसका उपयोग window एड्रेस बार को एक्टिव करने के लिये किया जाता है।
F5- इसका उपयोग विंडो रिफ्रेस करने के लिये किया जाता है ।
F6- इसका उपयोग ब्राऊज़र में एड्रेस बार को एक्टिव किया जाता है।
F7- इसका उपयोग ग्रामर और स्पेलिंग चेक करने के लिये किया जाता है।
F8- इसका उपयोग ms office के चुने हुए item को extened करने के लिये किया जाता है।
F9- Ms outlook में ईमेल भेजने के काम आता है।
F10- right click menu को एक्टिव करने के लिये।
F11- ब्राऊज़र को फुल स्क्रीन करने के लिये ।
F12-MS WORD से डॉक्यूमेंट को ओपन करने के लिये।
Keyboard Ka Avishkar Kisne Kiya
Conclusion
Keyboard से जुड़े FAQ
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