आज की इस पोस्ट में माध्यम से मैं आपको बताना वाला हूँ, कि सॉफ्टवेर क्या है, सॉफ्टवेर के प्रकार, सॉफ्टवेर से लाभ व हानि व अन्य बहुत सी जरुरी ऐसी बाते जोकि आपको सॉफ्टवेर के बारे में बिलकुल नजी नहीं पता तो आइए जानते है सॉफ्टवेर के बारे में कुछ अनोखी बाते.
नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है हर्षित रस्तोगी और आज मैं आपको सॉफ्टवेर के बारे में बताने वावाला हूँ तो चलिए शुरू करते है.
What is Software in Hindi: (सॉफ्टवेर क्या है ?) Software कंप्यूटर का वह पार्ट होता है, जिसको हम केवल देख सकते है और उस पर कार्य कर सकते है सॉफ्टवेर का निर्माण कंप्यूटर पर किये जाने वाले कर्यो को आसान बनाने के लिए किया जाता है, आजकल अलग-अलग काम के हिसाब से Software का निर्माण किया जाता है,
Software को बड़ी बड़ी कंपनियों में User की ज़रूरत को ध्यान में रखते हुए बनाया जाता है, इसमें से कुछ Software फ्री में उपलब्ध होते है तथा कुछ Software’s से लिए Software बनाने वाली कंपनियों को चार्ज देना पडता है, यदि आपको Photo से जुडा हुआ कोई कार्य करना हो तो उसके लिए Photoshop, और यदि कोई विडियो देखना हो तो उसके लिए Media Player का प्रयोग किया जाता है
कंप्यूटर on होने के बाद सॉफ्टवेर सबसे पहले RAM में load होता है तथा CPU में Execute किया जाता है, यह मशीनरी भाषा से बना हुआ होता है जो एक अलग Processor के लिए विशेष होता है. यह High Level Language तथा Assembly language में भी लिखा जाता है, सॉफ्टवेर विभिन्न प्रोग्रामो का समूह होता है जिसके द्वारा विभिन्न कार्यो को किया जा सकता है.
सॉफ्टवेर क्या है ? (What is Software in Hindi)
कंप्यूटर (Computer) सॉफ्टवेयर (Software) और हार्डवेयर (hardware) से मिलकर बनता है। कंप्यूटर में हार्डवेयर का प्रयोग करने के लिए कंप्यूटर में उसके कार्य को परिभाषित करना पड़ता है, ताकि वो अपने कार्य को अच्छी तरह से कर सके। इसके कार्य को सॉफ्टवेयर (Software) के माध्यम से से परिभाषित किया जाता है.
अर्थात कंप्यूटर का प्रयोग करने के Software की आवश्यकता होती है. कंप्यूटर (Computer) में किसी कार्य को करने के लिए एक सॉफ्टवेयर (Software) की आवश्यकता होती है। कंप्यूटर (Computer) में किसी भी कार्य को करने के लिए Software की आवश्यकता होती है। कम्प्यूटर में Hardware and Software एक दुसरे के पूरक होते हैं.
सॉफ्टवेर के प्रकार (Types of Software Hindi)
इस युग को IT (information Technology ) का युग कहा जाता है आज के समय में वज्ञानिको ने बहुत से ऐसे कंप्यूटर तथा अन्य device तैयार कर लिए है जो इंसान से काफी बेहतर है ऐसी सभी device को बनाने के लिए एक software की आवश्यकता होती है, वैसे तो सॉफ्टवेर के अनेको प्रकार होते है लेकिन आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम Software के तीन मुख्य प्रकारों के बारे में जानेगे.
Software के तीन मुख्य प्रकार निम्नलिखित है-
1. System Software
2. Application Software
3. Utility Software
System Software
System Software वे Software होते है जो अन्य Software को चलाने के लिए एक मंच प्रदान करते है इसे कंप्यूटर सिस्टम का मास्टर और Operating System भी कहा जाता है. चुकि ये Application Software, utility Software और अन्य व को ऑपरेट करने का एक प्लेटफार्म प्रदान करता है.
System Software के अंतर्गत सभी Operating System जैसे – MACOS, Linux, Android, Microsoft Windows इत्यादि Service Application के सॉफ्टवेर आते है System Software के बिना किसी भी Application Software, Utility Software या किसी अन्य Software को इस्तेमाल करना मुमकिन नहीं होता है.
System Software User को Hardware और अन्य Software से सीधे Interact करने की अनुमति देता है. System Software के कुछ प्रमुख उदाहरण निम्नलिखित है –
BIOS (Basic input Output System):
यह भी एक तरह का System Software ही होता है जिसके द्वारा आप अपने System को Double Shoot और System की internal Setting को बदल सकते है.
Boot Program:
यह कंप्यूटर को शुरू करने की एक प्रक्रिया है इसे हार्डवेयर के द्वारा शुरू किया जा सकता है जैसे बटन Press करके या Software Command द्वारा जब कोई computer शुरू में स्टार्ट होता है तो ROM में Command स्वचालित रूप से execute होते है जो कंप्यूटर के boot प्रोग्राम को Memory में load करने और उसके निर्देशों को execute करने का निर्देश देते है.
Device Driver:
यह भी एक प्रकार का System Software ही होता है जब भी आप अपने system में किसी भी device को कनेक्ट करते है वह connect हिने वाला device hardware होता है जोकि सीधे अओने system के Software से Interact नहीं कर सकता है इसके लिए आपके system पर कोई न कोई Driver install होना अनिवार्य होता है काफी सारे Operating system में ज़रूरी Driver पहले से ही कंप्यूटर में Installed होते है जो उपयोगकर्ता को अच्छी सुविधा प्रदान करते है.
Application Software
Application Software ऐसे Software होते है जो उपयोगकर्ता को Text document बनाने गेम खेलने गाने सुनने और web browse आदि जैसे User Orient कार्य करने की अनुमति देता है. Application Software किसी ख़ास कार्य को करने के लिए ही होते है.
Application Software के कुछ उदहारण निम्नलिखित है –
1. Microsoft Office Word
2. Microsoft Office Excel
3. Microsoft Access
4. Mozilla Firefox
5. Chrome
6. Coral Draw
7. Paint
8. Tux Paint
9. Any Desk
10. VLC Media Player
11. Photoshop
12. Filmora
Application Software को कुछ वर्गो में बांटा गया है जोकि निम्नलिखित है –
Word Processing:
इस वर्ग के अंतर्गत ऐसे Application Software आते है जिनका प्रयोग word processing के लिए किया जाता है अथार्त जिनके अन्दर आप शब्दों से जुड़े कार्य कर सकते है, word processing software के प्रमुख उदहारण निम्नलिखित है –
- Microsoft Word
- WordPad
- Notepad
Spreadsheet:
इस वर्ग के अंतर्गत ऐसे Software आते है जिसके द्वारा आंकड़ो को Row और Column में दर्शाया जा सकता है जिससे कैलकुलेशन करने में आसानी होती है, Spreadsheet का प्रमुख उद्धरण निम्नलिखित है –
- Microsoft Office Excel
Presentation:
इस वर्ग के अंतर्गत ऐसे software आते है जिनके द्वारा आप अपने स्कूल, ऑफिस, व्यापार या अन्य कार्यो के लिए Presentation तैयार कर सकते है, इसके एक मुझी उदाहरण निम्नलिखित है –
- Microsoft PowerPoint
Web browser:
यह Application software का ऐसा वर्ग है जिसके बारे में अधिकाँश लोग जानते है इस वर्ग के अंतर्गत ऐसे software आते है जिनके द्वारा उपयोगकर्ता internet से जुड़ सकते है. Web browser के कुछ प्रमुख उदाहरण निम्नलिखित है –
- Internet Explorer
- Microsoft Edge
- Chrome
- Mozilla Firefox
- Navigator
- Opera
Development Software:
इस वर्ग के अंतर्गत ऐसे सॉफ्टवेर आते है जिनका प्रयोग करके उपयोगकर्ता खुद के प्रोग्राम develop कर सकता है इसके प्रमुख उदाहरण निम्नलिखित है –
- Turbo C
- Turbo C++
- MSVS
- NETBEANS
Educational Software:
इसके अंतर्गत ऐसे software आते है जिनका प्रयोग करके उपयोगकर्ता Education से जुडी जानकारी जुटा सकता है इसका एक प्रमुख उदाहरण MATLAB नामक software है इसकी मदद से उपयोगकर्ता गणित से जुडी जानकारी प्राप्त कर सकता है.
System Software केवल अन्य सॉफ्टवेर को कार्य करने के लिए प्लेटफ़ॉर्म देता है लेकिन application software किसी भी विशेष कार्यो को पूरा कर सकता है.
Utility Software
इसक प्रमुख काम आपके system को manage करना तथा system पर आने वाली किसी समस्या को सही करना होता है ये आपके system का toolbox होता है इसके द्वारा आप अपने system के software level को ठीक कर सकते है इसके द्वारा आप अपने system की स्पीड तेज़ कर सकते है.
इसकी साहयता से कंप्यूटर को Virus से भी बचाया जा सकता है, Utility Software हमारे बहुत से कार्यो को आसन कर देता है utility software का एक प्रमुख उद्धरण Antivirus है. जिसके द्वारा आप अपने कंप्यूटर को वायरस से बचा सकते है.
Utility Software की कुछ categories निम्नलिखित है –
File Management Tool:
Windows File Explorer यह एक File Management tool है इसके द्वारा आप किसी भी फाइल को आसानी से ढूंड सकते है और उसे Move, Copy, Rename, Delete व और भी बहुत कुछ कर सकते है.
Compression Tool (Ex. WinZip, WinRAR):
यह एक बहुत महत्वपूर्ण tool होता है इस tool के द्वारा आप किसी भी Format की फाइल जैसे कि Mp3, Mp4, JPEG आदि का Size कम कर सकते है और इसे कम साइज़ के साथ शेयर कर सकते है इसके बाद जब भी आप इसे वापस इस्तेमाल करना चाहे तो आप इसे आसानी से इस सॉफ्टवेर की मदद से Extract कर सकते है.
Disc Cleanup:
यह भी एक महत्वपूर्ण utility software का प्रकार है इसके द्वारा अपने system में मोजूद किसी भी disc को clean कर सकते है, इसकी मदस्द से आपके system की Speed बढती है जैसे – Cleanup Cleaner
Disc Management:
इसकी सहयता से आप अपनी drive को नयी partition में Sync कर सकते है.
Backup Utility:
इस सॉफ्टवेर के द्वारा अपनी ज़रूरी फाइल्स का backup रख सकते है यदि किसी वजह से आपकी वः फाइल delete हो जाती है तो आप दुबारा उस फाइल को अपने system में ला सकते है.
Antivirus:
Antivirus Utility Software होते है जो आपके system को बाहरी वायरस के हमले से सुरक्षित रखते है. जैसे – Microsoft Descender Net Protector, McAfee आदि.
सॉफ्टवेर का इतिहास: (History of Software Hindi)
दोस्तों सॉफ्टवेर का इतिहास जानने से पहले यह जान ले की किसी चीज का आविष्कार कब होता है और क्यों होता है आखिर ऐसी क्या ज़रूरत आ गयी की लोगो को सॉफ्टवेर का आविष्कार करना पड गया चलिए मैं आपको बताता हूँ.
“जब हमे कोई भी काम करने में परेशानी या दिक्कत होती है तो उस परेशानी और दिक्कत को ख़तम करने के लिए हमे नयी टेक्नोलॉजी और इन्वेंशन की ज़रूरत होती है “
इसी तरह सॉफ्टवेर की खोज हुई सबसे पहला सॉफ्टवेर नम्बरों की गणना करने के लिए बनाया गया जिसको हम सभी कैलकुलेटर के नाम से जानते है इसे ही सबसे पहला कंप्यूटर प्रोग्राम माना जाता है जोकि 19 वी शताब्दी में Ada Lovelace द्वारा लिखा गया.
सॉफ्टवेर के लाभ (Advantage of software Hindi)
व के अनोखे लाभ देखने को मिलते है जिनमे से मुख्य है –
Simple Process:
पहले दूकानदारो को अकाउंट का काम करने के लिए बहीखाता बनाना पड़ता था जिसमे काफी समय और गलती होने का दर बना रहता था, आज कल Account का सॉफ्टवेर (Tally) आ जाने के कारण हम यह सभी कार्य बहुत ही आसानी से कर पा रहे है.
इसी तरह अनेको उदाहरण है जिसको देखते हुए हम कह सकते है की सॉफ्टवेर ने मानव जीवन को आसान बना दिया है और हमारे समय की बचत हो रही है और विभिन्न चीजो को करने में लागत भी कम आ रही है.
Increase In Production:
जैसे की आपको पता ही है बिना सॉफ्टवेर के मशीने किसी काम की नहीं होती है सॉफ्टवेर की मदद से यह सभी मशीने क्रषि क्षेत्र, वाहन निर्माण क्षेत्र या दवाई क्षेत्र तथा सभी क्षेत्रो के उत्पादन में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है ये सभी सॉफ्टवेर के कारण ही संभव हो सका है.
Correct Evolution of Work Done:
Work Flow Management जैसे software आ जाने से आज-कल किये गए कार्य का सही मूल्यांकन हो पा रहा है जिससे कार्य की लागत में तो कमी आ ही रही है और सही कर्मचारी को उसका हक़ भी मिल रहा है ये सॉफ्टवेर की एक मुख्य विशेषता है.
सॉफ्टवेर के नुक्सान (Disadvantage of software Hindi)
दुनिया में ऐसी कोई भी चीज नहीं बनी है जिसके फायदे हो और नुक्सान ना हो, अगर हम किसी चीज का उपयोग सही तरीके से करते है तो हमे उसका फायदा मिलता है, और उसी चीज को यदि हम गलत तरीके से करते है तो हमे उसका नुक्सान भुगतना पड़ता है.
जैसे उदहारण के तौर पर दूध को ले लीजिए जोकि सभी के लिए फायदेमंद है लेकिन अगर हम उसका उपयोग ज्यादा करने लगे तो वह हमारे शारीर के लिए हानिकारक साबित हो सकता है तो चलिए अब यह भी जान लेते है की सॉफ्टवेर के क्या-क्या नुक्सान है.
Data Security:
डाटा Hacking के कारण software क्षेत्र बहुत प्रभावित हुआ है इसके कारण लोगो को कई बार अपनेज़रूरी डाटा से हाथ धोना pad जाता है और कई बार लोगो का डाटा लीक भी हो जाते है जिसके चलते उनको वभिन्न परेशानियो का सामना करता पड जाता है और कई बार धन की भी हानि हो जाती है. यह सॉफ्टवेर क्षेत्र का सबसे बड़ा Disadvantage है.
Internet Connectivity:
आज कल internet Connectivity के बिना कोई भी सॉफ्टवेर नहीं चल सकता है ग्रामीण क्षेत्रो में अभी भी internet Connectivity की बहुत समस्या है जिसके कारण सॉफ्टवेर system नहीं चल सकता है यह भी का सबसे बड़ा Disadvantage है.
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निष्कर्ष:
आज कल software मानव जीवन का एक महत्वपूर्ण भाग बन गया है आज की इस पोस्ट के माध्यम से मैंने आपको बताया की सॉफ्टवेर क्या होता है, सॉफ्टवेर कितने प्रकार के होते है और इसके उपयोग, सॉफ्टवेर के फायदे व नुक्सान अगर आपको मेरे द्वारा दी गयी जानकारी अच्छी लगी हो तो हमे कमेंट करके ज़रूर बताये और हमारी इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ ज़रूर सांझा करे.
धन्यवाद!
One thought on “सॉफ्टवेर क्या है व इसके प्रकार, सॉफ्टवेर से लाभ व हानि”